14 जुलाई 2024 को, महेंद्रगंज, बालूघाट के बांग्लादेश सीमांत क्षेत्र के पास एक दुखद घटना हुई। वहां लोगों ने एक बड़े हाथी की लाश को एक तालाब में पाया तकरीबन ६दिन बाद। इस घटना ने आस-पास के गांवों और नगरों से लाखों दर्शक देखने के आई मृत्यु हाथी को देखने के लिए।
हाथी की स्थिति बेहद भयानक थी। उसकी आंखें बाहर निकली हुई थीं और उसकी त्वचा गला हुई हो थीं आप ऊपर फोटो में देख सकते हों। बालीघाट के लोगों ने तत्काल सीमा सुरक्षा बल (BSF) को बुलाया और हाथी को तालाब से निकालने में मदद के लिए भारी मशीनरी का उपयोग किया। उन्होंने एक जेसीबी (JCB) लाई थी हाथी को वाह से उठाने की लिए।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद, एक और गंभीर बात सामने आया। हाथी के दो बड़े दांत गायब थे। इससे बहुत सारे सवाल उठे और पुलिस वर्तमान में इसकी जांच कर रही है कि ये दांत कहां गए।
हाथी को तालाब से निकालने के बाद, उसे बालूघाट के पासी पहाड़ों में दफनाया गया। दफनाई की प्रक्रिया उसी जगह की लगभग 20 से 30 फीट दूरी पर की गई, जहां उसकी लाश पाई गई थी। स्थानीय लोग और BSF के कर्मचारी इस दफनाई में शामिल होकर अपने श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दुखद घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया कि ऐसा कैसे हो सकता है। यह हमें याद दिलाता है कि वन्य जीवन की रक्षा कितनी महत्वपूर्ण है और हमें जानवरों के प्रति सहानुभूति और सम्मान रखने की आवश्यकता है। जांच जारी है, और समुदाय की उम्मीद है कि पता चलेगा कि वास्तव में क्या हुआ था और हाथी के दांत कहां गए।
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